बिहार / पटना ईपीएफओ में बड़ा फ्रॉड दूसरों के पीएफ खाते से निकाल लिए 41 लाख रुपए, सीबीआई ने केस दर्ज किया
सीबीआई नेएक शख्स एसके राय को नामजद बनाया, वह एक कंपनी का अधिकारी है
अज्ञात आरोपियों के रूप में ईपीएफओ के अधिकारी, कर्मचारियों को रखा गया है
पटना.कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय (ईपीएफओ, पटना) में बड़ा फ्रॉड सामने आया है। दूसरों के भविष्यनिधि खाते से रुपए निकाल लिए गए। शुक्रवार को सीबीआई ने केस दर्ज कर गुनहगारों की तलाश शुरू कर दी। फिलहाल, एक शख्स एसके राय को नामजद बनाया गया है। वह एक कंपनी का अधिकारी है। अज्ञात आरोपियों के रूप में ईपीएफओ के अधिकारी, कर्मचारियों को रखा गया है। इनसे भी पूछताछ होगी। जांच एजेंसी का मानना है कि दफ्तर के मुलाजिमों की मिलीभगत से यह सब हुआ।
2004 से 2017 के बीच निकाले रुपए
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि 2004 से 2017 के बीच दूसरों के पीएफ खातों से 40.69 लाख रुपए किसी और ने निकाल लिए। जालसाजी का तरीका कमोबेश एक सा रहा। इसके लिए मिलते-जुलते नाम वाले पीएफ खाताधारी को चुना गया। उनका आईडी लिया गया। संबंधित आवेदन में रुपया लेने का क्लेम फॉर्म और पासबुक की फोटो स्टेट कॉपी लगाई गई। और अंतत: रुपया उसी खाते में आया, जिसका पासबुक लगाया गया था। सीबीआई के पास शिकायत पहुंची थी। उसने जांच की तो यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। यह सब पुष्ट करने के बाद सीबीआई ने केस किया। यह धारा 120 बी, 420 तथा भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है।
ईपीएफओ दफ्तर के अफसरों-कर्मियों की मिलीभगत तय
एजेंसी सूत्रों के अनुसार इस पूरे फ्रॉड में निश्चित रूप से ईपीएफओ दफ्तर के मुलाजिमों की हिस्सेदारी रही है। चूंकि इनके बिना खाताधारी का नाम और उसका आईडी नंबर जान पाना असंभव है। और यह भी कि अगर क्लेम के भुगतान की बात फंसती दिखे, तो धड़ाक से उसे भुगतान की स्थिति में पहुंचा दिया जाए। एजेंसी को भरोसा है कि नामजद राय से पूछताछ इस फ्रॉड में बड़ा देगी; यह भी पता चलेगा कि इस फ्रॉड के लिए क्या इस कार्यालय में पीएफ के फर्जी खाते भी खुलवाए गए थे|